Abhishek jain Shastri
इस चैनल का उद्देश्य दिगंबर जैन समाज और जैन तत्व के प्रचार-प्रसार के लिए है।- 55:08
- 14 күн бұрын
122.संवर तत्व का अन्यथा रूप,मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार,
- 46:07
- 14 күн бұрын
122.मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार, बन्ध तत्व का अन्यथा रूप
- 55:53
- 14 күн бұрын
121.हिंसा में, प्रमाद परिणति की मूल है विषय सेवन में, अभिलाषा मूल है
- 50:55
- 14 күн бұрын
120.आश्रव के भेद -मिथ्यात्व, अवरती, प्रमाद, कषाय और योग
- 50:17
- 14 күн бұрын
रक्षाबंधन पर्व, अकंपनाचार्य आदि 700 मुनीराज पर उपसर्ग कि कहानी
- 50:50
- 21 күн бұрын
119.आश्रव तत्व का अन्यथा रूप,मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार,
- 49:11
- 21 күн бұрын
118.जीव-पुद्गल के परस्पर निमित्त संबंध होने के कारण दोनों द्रव्यों कि क्रियाओं को मिली हुई जानता है।
- 52:11
- 21 күн бұрын
117.आत्मा का कथन ऐसे करता है जैसे किसी और की बातें कर रहा हो।
- 52:11
- 21 күн бұрын
116.सबको तो जाना,निज को न जाना, कैसा ज्ञान धारी तू ने आपा न पहचाना।मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार
- 51:37
- 21 күн бұрын
115.मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार, जीव-अजीव तत्व का अन्यथा रूप
- 50:54
- 28 күн бұрын
113.मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार,आखिर ये भावभासन क्या होता है?
- 49:48
- 28 күн бұрын
112. मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार, शास्त्र भक्ति का अन्यथा रूप
- 51:19
- Ай бұрын
109." फल तो परिणामों का लगता है।"
- 51:12
- Ай бұрын
105.मोक्ष मार्ग प्रकाशक, सातवा अधिकार, मुनि सांसारिक प्रयोजन के लिए धर्म साधन नही करतेl
- 1:04:22
- Ай бұрын
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