Sanskriti Rakshak Bapuji
*हर संस्कृतिप्रेमी या देशप्रेमी व्यक्ति का यह पहला कर्तव्य है कि वह अपने धर्मबंधुओं, देशबंधुओं के बारे में मीडिया या अन्य माध्यम से सुनी - सुनाई बात के आधार पर उनकी कटु आलोचना करके षड्यंत्रकारियों के मंसूबों को सफल न होने दे। किन्हीं पर कुछ आरोप लगे तो अपने व्यक्तिगत अनुभव से व संबंधित संस्था से संपर्क करके सत्य को जाने ।*अपने देश, धर्म, संस्कृति और संतों के खिलाफ प्रचारित किये गये असत्य का खंडन करे और समाज की प्रसिद्ध हस्तियों, जन- प्रतिनिधियों तथा जन सामान्य तक सच्चाई पहुँचाये। जिन्हें जहाँ सम्भव हो - सोशल मीडिया, अखबार व पत्रिकाओं में सत्य तथ्यों का प्रचार - प्रसार करें, नहीं तो
कम - से - कम अपने शुभ संकल्पों से ही अपने संस्कृतिरक्षकों को पोषित अवश्य करें। यह मानसिक सेवा है। श्रीरामजी के दैवी कार्य में मनुष्य तो क्या असुर माता से उत्पन्न विभीषण, पशु योनि में उत्पन्न बंदर और भालू, यहाँ तक कि अल्प सामर्थ्यवान गिलहरी ने भी सेवा खोज ली थी।
*संतो* के संस्कृतिरक्षा के दैवी कार्य में क्या हम काम - से - कम गिलहरी जैसे सेवा कर पा रहे हैं?
यदि नहीं तो आज से ही शुरू कर दे !
- 2:06
- 14 күн бұрын
पक्का करके रखना जो आपको माता - पिता से मिला है वह भी आपको आगे देना है....लेकिन जो बापूने दिया है....
- 5:03
- 21 күн бұрын
एक तीर से तीन निशाने ! पितरों की सद्गति, बड़े-बड़े पापों का नाश और स्वास्थ्य लाभ भी 👌👌
- 14:03
- 28 күн бұрын
करलो खरी कमाई!! यात्रा में, खाना बनाते बनाते...
- 11:39
- Ай бұрын
सिंधी भजन आयोलाल झूलेलाल
- 1:28
- Ай бұрын
नहीं सुनेंगे तो घाटे में रहोगे जी 🙏🙏भाग 2
- 16:03
- Ай бұрын
ऐसे ही तो है हमारे बापूजी😍!!! हैं ना ????
- 4:53
- Ай бұрын
हमने उसको गुरु रूप में पाया है, हम तो ये दिवस मनाएंगे बापू आपको थोड़ा सा साथ देना होगा🙏🙏🙏
- 2:59
- Ай бұрын
नहीं सुनेंगे तो घाटे में रहोगे जी🙏🙏
- 2:07
- Ай бұрын
ब्राह्मज्ञानी महापुरुष जीवन मे आते हैं तो क्या क़रते हैं कोई लड्डू पेढ़ा देंगे और हमें बोध हों जा...
- 5:14
- Ай бұрын
उन्होंने पूछा आज भी 😮हमने कहा हाँ आज भी 😊11 साल बाद भी 😎 अरे रुको पूरा तो सुनके जाओ नींदको
- 7:25
- 2 ай бұрын
पत्तल पर खाना खाया, सदुपयोग कर लिया फिर उसे फेंकने में दु:ख कैसा?? यही तो बापू समझाना चाहते हैं...
- 12:57
- 2 ай бұрын
रेखा दीदी का और 1 प्यारा कीर्तन
- 5:02
- 2 ай бұрын
पुत्रदा पवित्रा एकादशी व्रत कथा और महात्म्य
- 1:26
- 2 ай бұрын
बापू का हृदय उस पर छलक पड़ता है....
- 0:30
- 2 ай бұрын
Пікірлер