गेहूं की ठंडी रोटी दूध में चूरकर खाएं, फेसपैक बनाएँ, स्क्रब करें.
हम सभी के घरों में आमतौर पर गेहूं की रोटी ही खाई जाती है। यह एक अच्छी बात है कि सभी लोग ताजा भोजन करने की सलाह देते हैं। क्योंकि ताजा भोजन अधिक पौष्टिक और गुणकारी होता है। लेकिन गेहूं की रोटी के मामले में यह बात थोड़ी अलग है। गेहूं की रोटी बनाकर रखने के 8 से 12 घंटे बाद अधिक पौष्टिक होती है। यही वजह है कि पुराने समय में लोग सुबह के लिए रात को ही चपाती बनाकर रखते थे। गांवों में आज भी यह ट्रेंड देखने को मिलता है।
रात की बची रोटी को सुबह गुनगुने दूध में भिगोकर खाने से आपकी सेहत अच्छी होती है। पेट साफ रहता है और शरीर मजबूत बनता है। यदि आप एक महीने तक लगातार इस रोटी का सेवन करेंगे तो आपका ब्लड शुगर अपने आप ही नियंत्रित रहने लगेगा।
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Негізгі бет गेहूं की ठंडी रोटी, सेहत और सौंदर्य का खजाना | Wheat stale bread, a treasure of health and beauty
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