Күн бұрынगुरु के समान दाता ओर नहीं ध्यान में रचना गरीब दास जी स्वर किरसना चावली व सखियां सत्संग रावलवास कलां Рет қаралды 485सन्तों के भजन 1 1 Жүктеу
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