सन्तों के भजन
- 8:00
- 4 сағат бұрын
लेले ने मुजरा मेरा हो गुरु जी मे तो ख़ास नौकर तहारा जी रचना कबीर साहेब जी स्वर किरसन जांगड़ा रावलवास
- 5:10
- 7 сағат бұрын
गुरु के चरण में धरीओ ध्यान मान अभिमान तजो जी रचना कमाली जी स्वर राम कुमार जांगड़ा गांव सिरसाना बासड
- 6:38
- 9 сағат бұрын
गुरु करदे बेड़ा पार जिस पे दया तेरी रचना शंकर दास जी स्वर धर्मवीर जांगड़ा रावलवास कलां हिसार
- 6:02
- 12 сағат бұрын
गुरु बिन लाग सुना देश सखी रचना मीरा बाई जी स्वर राम प्रसाद मिल गेट हिसार
- 5:48
- 14 сағат бұрын
शौहगं शौहगं शौहगं शब्द बोल रे तोता बिना रे भजन खावला गोता रचना बर्मा नंद स्वर महेंद्र सिंह खोवाल
- 7:12
- 19 сағат бұрын
भक्ति दान गुरु दियो देवन के देवा स्वर माडु़ दास गांव अमरपुरा राजस्थान
- 6:59
- 21 сағат бұрын
सझा आरती सुमरन सोई बिना सुमिरन मुक्ति ना होई रचना कबीर साहेब जी स्वर माडु दास जीतपरा राजस्थान
- 4:45
- Күн бұрын
माता तन ज़ुल्म कर डाले बन में भेजे दो भाई रचना तुलसी दास जी स्वर किरसन जांगड़ा रावलवास कलां हिसार
- 5:13
- Күн бұрын
मेवा निपजे बेशुमार बेसुमार भक्ति का बाग लगाले रचना ईश्वर नाथ जी स्वर किरसन जांगड़ा रावलवास कलां
- 7:17
- 14 күн бұрын
पहुंचा नहीं उस देश देश साधों रचना श्री सेवा नाथ जी स्वर ईश्वर सिंह सोढी सत्संग रावलवास कलां हिसार
- 5:28
- 14 күн бұрын
तेरा सतगुरु दे रहा हेला सत नाम सुमर मन मेला रचना कबीर साहेब जी स्वर किरसन जांगड़ा रावलवास कलां हिसार
- 6:11
- 14 күн бұрын
सन्तों का देश निराला हे कोऐ गुरु मुख जाणे रचना भानी नाथ जी स्वर राम प्रसाद जांगड़ा मिल गेट हिसार
- 4:45
- 14 күн бұрын
लाली साधों लाला की म्हारे सतगुरु देई रचना कबीर साहेब जी स्वर किरसना चावली व सखियां सत्संग रावलवास
- 5:23
- 14 күн бұрын
गुरु के समान दाता ओर नहीं ध्यान में रचना गरीब दास जी स्वर किरसना चावली व सखियां सत्संग रावलवास कलां
- 5:28
- 14 күн бұрын
भलाई दिन उगो हे म्हारे सतगुरु आऐ आज स्वर किरसना व चावली सखियां सत्संग रावल वास कलां हिसार हरियाणा
- 10:10
- 21 күн бұрын
ज्ञान घटा झुक आया रे साधों भाई रचना श्री बन्ना नाथ जी स्वर राम कुमार जांगड़ा गांव सिरसाना बासड़ा हिस
- 6:42
- 21 күн бұрын
मिलके चाला ऐ सखि सत्संग में चालो ऐ सखि रचना छः सौ मस्ताना स्वर राम प्रसाद जांगड़ा मिल गेट हिसार
- 6:24
- 21 күн бұрын
भाई नमो नमो म्हारे गुरु देव जी को सचे गुरा के लागू रचना भानी नाथ जी महाराज स्वर राम कुमार जांगड़ा
- 7:01
- 21 күн бұрын
हर भज हर भज हिरा परखले रचना गुरु गोरक्षनाथ जी कि स्वर धर्मवीर जांगड़ा रावलवास कलां हिसार
- 5:05
- 21 күн бұрын
आजा रे खिलाड़ी तन खेल र सिखाउ रचना कबीर साहेब जी स्वर श्री भोलानाथ जी आश्रम बायं बनड़ा राजस्थान चुरु
- 6:36
- 21 күн бұрын
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