मनुष्य में 3 गुण वेदों में बताये गए हैं: तमोगुण, रजोगुण और सतोगुण. अगर ये तीनों गुण हैं, तो आपके मन का अस्तित्व भी रहेगा. आत्मा के स्तर पर कोई गुण नहीं होता. वो एक शून्य की अवस्था होती है. आप भी शून्य की अवस्था में रहते हैं, पर आप ये भूल चुके हैं. आप एक बहुआयामी (मल्टीडिमेन्शनल) प्राणी हैं. शून्य की अवस्था को पहचानें। और जानने के लिए देखें ये वीडियो।
जीवन परिवर्तन करने वाली ध्यान साधनाओं को सीखने के लिए हमारे साप्ताहिक शिवयोग फोरम के कार्यक्रमों से जुड़ें - www.shivyogforum.com
Connect with Us on www.shivyog.com
ShivYog Forum - www.shivyogforum.com
ShivYog Portal - www.shivyogportal.com
ShivYog Videos - www.shivyogtv.com
ShivYog Krishi - www.shivyogkrishi.com
ShivYog Cure Is Possible - www.cureispossible.org
Негізгі бет गुरु वाक्यम् एपिसोड 438 : शून्य में है सृष्टि का संकल्प
Пікірлер: 91