जैसे ही मनुष्य साधना के द्धारा अपनी चेतना को इस शरीर को संतुष्ट करने के भाव से ऊपर उठता है और चेतना की उस अवस्था में पहुँचता है, जहाँ वह सामूहिक हित का भाव रखता है , तो उसको अनंत कृपाएं प्राप्त होती हैं , जिसके विषय में वह सोच भी नहीं सकता। जिनको आज एलियंस कहते हैं वह यक्ष , किन्नर, देवता होते हैं, जो उच्च की ऊर्जाएं हैं, और वो आपसे संपर्क करते हैं और ज्ञान प्रदान करते हैं, जब आप अपने अहंकार को त्याग पाते हो।
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Негізгі бет गुरु वाक्यम् एपिसोड 442 : शरीर की चेतना से ऊपर उठते ही अनंत कृपा मिलती है।
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