Күн бұрынतेरा सतगुरु दे रहा हेला सत नाम सुमर मन मेला रचना कबीर साहेब जी स्वर किरसन जांगड़ा रावलवास कलां हिसार Рет қаралды 264सन्तों के भजन 1 1 Жүктеу
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