स्वामी जी, आपने त्रैतवाद को बहुत ही अच्छी तरह से समझा। आपका धन्यवाद।
@Chandangoyal-re7xq
5 сағат бұрын
Swami ji ko kotti kotti naman
@padmacharanmahapatra8112
3 сағат бұрын
Namaste swamiji.
@AmitKumar-lc3ob
5 сағат бұрын
🙏 ॐ सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
@dilippawar7030
Сағат бұрын
हर हर महादेव
@binodinipanda7893
Сағат бұрын
Sadar Namaste Pujya Swamiji ! very practical examples on Traitavad . Very convincing , very logical . comprehensible for common people. Thanks with gratitude.
@saurabhvermaverma8277
5 сағат бұрын
🙏🕉🙏
@TusharDubey-k6s
6 сағат бұрын
❤❤🚩
@Chandangoyal-re7xq
5 сағат бұрын
Arya samaj jindabaf
@SandeepRathore-im4vk
38 минут бұрын
🔥🌷🙏
@munnalal-ui6lb
4 сағат бұрын
वेदों में निराकार साकार का ज्ञान है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद, सरषटि से भिन्न है ऐसा वेद कहते हैं। और वेदों में सृष्टिका ज्ञान है।🎉🎉
@munnalal-ui6lb
4 сағат бұрын
सच्चिदानंद दुनिया में नहीं है। सच्चिदानंद सरस्वती से भिन्न है। वह सत्य है सृष्टि असत्य है वह चेतन है सृष्टि जड़ है वह आनंद का स्वरूप है सृष्टि दुख का रूप है। जिसे सच्चिदानंद कहते हैं वही पूर्ण ब्रह्म है जो सृष्टि से भिन्न है। इस बात को वेद भी कह रहे हैं की पूर्ण ब्रह्म सृष्टि से भिन्न है सृष्टि में नहीं। क्योंकि सृष्टि सपना है। सपना में सत्य नहीं होता। इसी बात को कबीर जी ने कहा है। पिंड में होता मरता न कोई ब्रह्मांड में होता देखता सब कोई। पिंड ब्रह्मांड दोऊ से न्यारा कहे कबीर सोई साईं हमारा।।🎉🎉
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