कौन हैं रावत ?
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हिमालय की जातियां-1 | रौत यानी रावत
परिकल्पना- डा. हरीश चंद्र लखेड़ा .
हिमालयीलोग की प्रस्तुति.
--- त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री थे। उनसे पहले हरीश रावत भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन रावत थे। उत्तराखंड के नेता सतपाल महाराज भी रावत ही हैं। इनके अलावा हरक सिंह रावत, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हरिपाल रावत समेत कई नेता रावत बिरादरी से ही हैं। इसलिए हिमालयीलोग हिमालय की जातियां अपनी इस श्रंखला का शुभारंभ रावतों से कर रहा है। उत्तराखंड के रावतों में प्रथम नाम शहीद जसवंत सिंह रावत का है। जिन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान अरुणाचल प्रदेश के तवांग के नूरारंग की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी। गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन के राइफलमैन रावत ने अकेले ही 72 घंटे तक चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया था और 300 से ज्यादा चीनी सैनिकों को मार गिराया था। उन्होंने जिस चौकी पर आखिरी लड़ाई लड़ी थी उसका नाम बाद में जसवंतगढ़ रख दिया गया। वहां उनकी याद में एक मंदिर बनाया गया है। रावत को मृत्यु उपरांत भी प्रमोशन मिलता रहा और वे राइफलमैन के पद से वह प्रमोशन पाकर मेजर जनरल बन गए। रावत उत्तराखंड के क्षत्रिय हैं।वे गढ़वाल और कुमायुं, दोनों ही क्षेत्रों में हैं। रावत वास्तव में रौत शब्द से निकला है। पहाड़ में आज भी इनको रौत ही कहते हैं। रावत सरनेम को लेकर मुख्यत: दो मान्यताएं प्रचलन में हैं। पहली मान्यता इतिहासकार डॉक्टर डबराल शिव प्रसाद डबराल चारण जी की है। उनकी पुस्तक उत्तराखंड का राजनीतिक तथा सांस्कृतिक इतिहास भाग- 4 , गढ़वाल का इतिहास के पृष्ठ नंबर 473 में लिखा है कि रौत राज्य की रक्षा हेतु प्राण देने वाले या विशिष्ट सहायक एवं वीरता दिखाने वाले व्यक्तियों के परिवारों को राजा जो भूमि देता था वह रौत कहलाती थी। रौत में भूमि प्राप्त करने वालों के वंशज रौत यानी रावत कहलाते थे। इनमें बहुत से ऐसे व्यक्ति भी मिल गए जिनके पूर्वजों को कभी रौत में भूमि नहीं मिली थी। यानी रावत ऐसे वीर योद्धा को कहा जाता था जो राजा की सेना में थे और देश के लिए त्याग और बलिदान के हर समय तत्पर रहते थे। दूसरी मान्यता यह है कि राजस्थान के रावतभाटा क्षेत्र से पहाड़ आए राजपूत बाद में रावत कहलाने लगे थे।
Негізгі бет उत्तराखंड के रावतों का इतिहास। Rawat Of Uttarakhand
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