15 अगस्त 1947. सदियों से ग़ुलामी की बेड़ियों में जकड़ा भारत आज़ाद हो रहा था. लेकिन उत्तर भारत की टिहरी रियासत में आज़ादी की सुबह होना अब भी बाक़ी था. हालाँकि टिहरी का इतिहास भी करवट लेने लगा था. टिहरी बदल रहा था और उसके भीतर लगभग 1100 सालों से बंधी चली आ रही बेड़ियों को तोड़ने की ललक जाग चुकी थी. ये ललक सिर्फ़ टिहरी शहर तक नहीं थी. हिमालय के बीहड़ इलाकों, सकलाना से लेकर सुदूर कीर्तिनगर में कड़ाकोट तक आजादी की मशालें पहुंच चुकी थी.
इधर भारत आजाद हो रहा था और उधर टिहरी में 14 साल का एक किशोर तिरंगा फहराकर 132 साल पुरानी राजशाही को चुनौती दे रहा था. 15 अगस्त 1947 के दिन टिहरी के प्रताप इंटर कॉलेज में तिरंगा फहराकर इस बालक ने इतिहास रच दिया था. इस घटना के तीन दिन बाद ही राजा की पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया. लेकिन टिहरी की राजनीति के दरवाज़े पर वो बालक अपनी मजबूत दस्तक दे चुका था. उस बालक का नाम था विद्यासागर नौटियाल.
स्क्रिप्ट: राजेन टोडरिया.
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Негізгі бет विद्यासागर नौटियाल | Vidyasagar Nautiyal | विरासत EPS07
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