कहते है राम से बड़ा राम का नाम...राम नाम मे इतनी शक्ति है कि अगर एक पत्थर पे भी राम का नाम लिख कर समुन्द्र में छोड़ दिया गया तो वो तैरने लगे इसी श्रृंखला में रत्नाकर डाकू का नाम भी आता जिसने राम के नाम को उल्टा भी जपा तब भी तर गया क्यकि उसके कर्मों का फल उसके संबंधियों ने भुगतने से इनकार कर दिया जिस परिवार पे नाज था वो ही उसका न हुआ...एक ईश्वर, एक गुरु के सिवा कोई अपना नही होता....आइये मिलते है रत्नाकर डाकू से, देखते है उसका हृदय परिवर्तन
Негізгі бет यादें अवतरण दिवस की
No video
Пікірлер